जशपुरान्चल
Saturday 20 April 2024 07:04 AM


Breaking News
गौ मांस तस्कर के शातिर व अन्तिम अपराधी को पुलिस ने किया गिरफ्तार    |    बिजली की बदहाल व्यवस्था को लेकर ग्रामीण महिलाओं ने बिजली कार्यालय का किया घेराव    |    मुंबई के रिहायशी इलाके में क्रैश हुआ एक चार्टर्ड प्लेन, 5 लोगों की मौत    |    कोतबा पुलिस चौकी ने गांजा तत्स्करी कर ओडिसा ले जा रहे कार को पकड़ा ।    |    BIG BREKING: छत्तीसगढ़ के राज्यपाल बलराम जी दास टंडन का दुखद निधन    |    देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी का निधन    |    ब्रेकिंग : भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान में घुस जैश के आतंकी कैंपों को किया ध्वस्त: सूत्र    |    देश सहित राज्य के सभी जिला व क्षेत्रीय अस्पताल अलर्ट पर हैं ,पर इस पंचायत की स्वास्थ्य व्यवस्था की कोई सूद लेने वाला नहीं लटक रहा टाला    |   

संस्कृत भाषा देश की धरोहर है शिक्षक रुचि लेकर अध्यापन करे-निलेशकुमार


संस्कृत भाषा देश की धरोहर है शिक्षक  रुचि लेकर अध्यापन करे-निलेशकुमार
संस्कृत भाषा देश की धरोहर है शिक्षक रुचि लेकर अध्यापन करे-निलेशकुमार
28-06-19 07:24:06         sourabh tripathi



जशपुरनगर l यदि संस्कृत विषय की शिक्षा रुचि उत्पन्न कर   बच्चे को दी जाए तो  संस्कृत विषय मे बच्चे अच्छे अंक अर्जित कर सकते है। जिस तरह  मैथ्स में बच्चे  100  प्रतिशत अंक प्राप्त करते है

 । 

उक्त विचार जिला कलेक्टर निलेश महादेव क्षीरसागर ने ‘‘यशस्वी जशपुर'    के          तहत कक्षा 10 वी में संस्कृत अध्यापन करने वाले शिक्षकों की उन्मुखीकरण कार्यशाला में  शिक्षको को संबोधित  करते हुए व्यक्त किये।उन्होंने कहा कि संस्कृत में भी शत प्रतिशत अंक प्राप्त कर सकते है। इस वर्ष छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा आयोजित बोर्ड परीक्षा में संस्कृत  विषय मे 100 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाले   बच्चो को औऱ उनके  शिक्षक को विशेष रूप से  पुरष्कृत किया जाएगा। उन्होंने कहा कि संस्कृत एक  साइंटिफिक भाषा है। इस विषय का व्याकरण हर दृष्टिकोण से सटीक है । आज लोग विदेशो में संस्कृत भाषा सीख रहे  है। यदि शिक्षक रुचि लेकर बच्चो में इस विषय के प्रति रुचि जागृत कर दे तो बच्चे अच्छा  परिणाम दे सकते है। शिक्षक  जितनी लगन  से मेहनत कर अध्यापन कार्य करेंगे  बच्चे उतना ही बेहतर  परिणाम देंगे। बच्चो के बेहतर भविष्य निर्माण में शिक्षको की अहम् भूमिका होती है। इस कारण पूरी लग्नता से  मेहनत कर रुचि के साथ बच्चों को  शिक्षा प्रदान करें। उन्होने कहा कि बच्चों के मन में  संस्कृत विषय के प्रति  भय रहता है इसलिए सर्वप्रथम उनके मन से इस भय को समाप्त कर उनका आधार मजबूत किया करे तो वे  सस्कृत विषय में भी अच्छे अंक अर्जित कर सकते हैं। कार्यशाला में यशस्वी जशपुर के नोडल अधिकारी विनोद गुप्ता, सदस्य संजीव शर्मा,  सरीन राज ,नदीम अहमद सहित संजय दास ,मास्टर ट्रेनर्स राजेन्द्र प्रेमी,मोहन सिंह बंजारा,मुक्तेश्वर राम, ज्योति श्रीवास्तव एवं जिले के शासकीय हाईस्कूल/हायर सेकेण्डरी विद्यालयों में कक्षा 10 वीं में संस्कृत पढ़ाने वाले विषय शिक्षक उपस्थित थे।





ताजा ख़बरें










जिला मुख्यालय जशपुर में विधायक गोमती साय ने ध्वजारोहण कर परेड की सलामी ली

जशपुर।  गणतंत्र दिवस के मुख्य समरोह मे मुख्य अतिथि गोमती...